एक महीने से भी ज्यादा वक्त से इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है। 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमलों के बाद से इजरायल की लगातार जवाबी कार्रवाई है। संघर्ष विराम के बाद पीड़ित लोगों के लिए राहत और बचाव मुहैया कराया जा रहा है। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एक चेतावनी जारी की है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि यदि गाजा पट्टी में हेल्थ सिस्टम बहाल नहीं किया गया तो यहां बमबारी से अधिक लोग बीमारी से मर सकते हैं। डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता ने मंगलवार को बच्चों में संक्रामक रोगों और दस्त में वृद्धि की चेतावनी जारी की है।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्वसनीय माने गए आंकड़ों में गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि गाजा पट्टी में इजरायल की बमबारी में 15,000 से अधिक लोगों के मारे जाने की पुष्टि की गई है, जिनमें से लगभग 40% बच्चे हैं, जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र ब्रीफिंग में डब्ल्यूएचओ के मार्गरेट हैरिस ने कहा, “अगर हम इस स्वास्थ्य प्रणाली को वापस बहाल करने में सक्षम नहीं हैं तो बमबारी से मरने वाले लोगों की तुलना में अधिक लोगों की बीमारी से मौत हो सकती है।”
बच्चों से भरा है अस्पताल
मार्गरेट हैरिस ने संक्रामक रोगों, विशेष रूप से बच्चों में दस्त के प्रकोप में वृद्धि के बारे में चिंता दोहराई। इस तरह की समस्याएं नवंबर की शुरुआत तक पांच वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के मामले सामान्य स्तर से 100 गुना से अधिक बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा, “अब हर जगह हर किसी को गंभीर हेल्थ सपोर्ट की जरूरत हैं। वे भूख से मर रहे हैं, उनके पास साफ पानी की कमी है।” गाजा में संयुक्त राष्ट्र बाल एजेंसी के प्रवक्ता जेम्स एल्डर ने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं को बताया कि गाजा पट्टी के अस्पताल गंदे पानी पीने से, जलने और छर्रे के घाव और गैस्ट्रोएंटेराइटिस से पीड़ित बच्चों से भरे हुए थे।
बता दें 7 अक्टूबर को इजरायल की सीमा पर हमला करके लगभग 1,200 लोगों की हमास हत्या कर दी थी और 240 लोगों को बंदी बना लिया था। इस घटना के बाद इजरायल ने गाजा पर शासन करने वाले आतंकवादी समूह हमास को नष्ट करने की शपथ ली है। इस घटना को मद्देनजर रखते हुए इजरायल लगातार गाजा पट्टी को निशाना बनाता रहा है। मौजूदा हालात की बात करें तो इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम मंगलवार को पांचवें दिन में प्रवेश कर गया। एक ओर जहां चरमपंथी समूह हमास ने युद्ध की अपेक्षित बहाली टालने के लिए कुछ और बंधकों को रिहा करने का वादा किया है, वहीं फिर से हमला शुरू करने की स्थिति में इजराइल पर फिलिस्तीनी नागरिकों को नुकसान न पहुंचाने का दबाव बढ़ रहा है।
रुकेगा नहीं इजरायल?
हमास द्वारा बंधक बनाकर रखे गए लोगों और इजरायल की जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली के दो और दौर के वादे के साथ दोनों पक्ष युद्ध विराम समझौते की अवधि को बुधवार तक बढ़ाने पर सहमत हुए। लेकिन इजराइल ने कहा कि सभी बंधकों की रिहाई के बाद वह हमास को नष्ट करने के लिए पूरी ताकत के साथ युद्ध बहाल करेगा। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, बाइडन प्रशासन ने इजराइल से कहा है कि यदि वह फिर से हमले शुरू करता है तो उसे फिलिस्तीनी नागरिकों के महत्वपूर्ण विस्थापन और इन्हें बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने से बचना चाहिए, और उसे (इजराइल को) उत्तरी गाजा की तुलना में दक्षिणी क्षेत्र में अधिक सटीकता के साथ काम करना चाहिए।